top of page
Search

दोस्ती

समय था कुछ सुबह के 10:30 का मेरी क्लास हो चुकी थी और बच्चों का मध्यान्ह भोजन समय (school lunch time) चल रहा था | मैं क्लास में बैठी कुछ काम कर रही थी | तभी मेरी नजर सामने खिड़की (window) पर गई जहां से में बहार बैठी एक लड़की को देख पा रही थी | मैंने काफी बार खिड़की के बहार झांक कर देखा, वो लड़की मुझे वहीं बैठी हुई ही दिखी | मैंने उसे आवाज दी और अन्दर आने के लिए कहा “अंशु अन्दर आ जाओ” | मैंने उसे 4 से 5 बार बुलाया पर वो अन्दर नहीं आई तो मैं उसे बहार गई और अन्दर लेकर आई | जब में उसको कमरे में लेकर आई तो उसने रोना शुरु कर दिया | उसे रोता देख मुझे बहुत बुरा लगा और मैंने उसे गले लगा लिया और काफी समय तक हम दोनों ऐसे ही रहे | उसके रोने के कारण निकले आंसुओ से मेरा कंधा भी गीला हो गया और पता नहीं क्यों मुझे भी बुरा लगने लगा और मैंने उससे काफी समय तक कुछ नहीं पूछा और बस उसे गले लगाकर रखा जब कुछ समय बाद उसकी सिसकियाँ बंद हुई तो मैंने उसे पानी पीने के लिये दिया और मैंने भी पानी पिया | उसके बाद मैंने उससे पूछा “अंशु आप बताओ आपको क्या समस्या है, किसी ने आपको कुछ बोला या टीचर ने आपको डांटा है | उसने काफी देर तो कुछ नहीं बोला फिर बाद में बताया कि स्कूल में मेरी कोई भी दोस्त नहीं है और कोई भी मेरा दोस्त बनना पसंद नहीं करता है। मैं किसी से बात करने की कोशिश करती हूं, तो वो मुझ से बात नहीं करती है। सब मुझे अपने से अलग रखते हैं और मैं किसी से प्रयास करूं तो मुझे डांट देते हैं या पागल बोलते हैं। उसने काफी समय तक रोते हुए अपनी बातें बोलना शुरू रखा और मैं उसे बस ऐसे ही सुनती रही और जब उसने बोलना बंद किया तो मैंने फिर से उसे अपने गले लगा लिया। उसके बाद मैंने उससे बात की मैं आपकी दोस्त हूं और हम तो रोजाना बातें और मस्ती करते हैं। तभी वहां पर एक लड़की आई, जिसका नाम राधिका था | राधिका को देख अंशु ने रोना बंद कर दिया और बिल्कुल शांत होकर बैठ गई | मैंने अंशु से अपना ध्यान हटा राधिका से बात करना शुरु किया पर इस बीच मैंने अंशु का हाथ अपने हाथ में लिया हुआ था | राधिका आपने lunch कर लिया क्या ? आप के घर में सब केसे हैं ? आपके स्कूल में कितने दोस्त हैं ? आपको कौनसी दोस्त सब से ज्यादा अच्छी लगती है? फिर मैंने पूछा क्या आप न्यू दोस्त बनाना चाहेंगी ? मैंने उस से बहुत सारे प्रश्न पूछे, और उसने भी । उसने मेरे प्रश्नों का उत्तर काफी अच्छे से दिया | जब मैंने उससे पूछा आप नई दोस्त बनाना चाहते हो तो उसने हां बोला और मेरे हाथ में जो अंशु का हाथ मैंने उसके हाथ में रख दिया | ये देख पहले तो दोनों ही अचंभित हुई और मैंने तुरंत कहा बन गई आपकी नई दोस्त और आपकी पहली दोस्त | जल्दी करो एक दुसरे को गले मिलो|

 
 
 

Comments


let's connect!

Reach us at contact.ashvattha@gmail.com.

Ashvattha office:

601, Precious Mall
Moti doongri road, Adarsh Nagar
Jaipur, Rajasthan 302004

RDNC Main office:

Mittal Hospital

143 Subhash Nagar,

Alwar, Rajasthan 301001

Thanks for reaching out!

  • Ashvattha Learning Communities on Instagram
  • LinkedIn
  • Ashvattha Learning Communities on YouTube
  • Ashvattha Learning Communities on Facebook
bottom of page